वह आईपीएल में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए। इसी बीच, भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने एक चेतावनी दी।
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IPL में धमाकेदार शुरुआत करने वाले Vaibhav Suryavanshi इस बार रहे फ्लॉप

पिछले साल के अंत में हुए मेगा ऑक्शन से ही वैभव सूर्यवंशी क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा में हैं। लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ उन्होंने आईपीएल में अपना डेब्यू किया था। वहीं गुजरात टाइटन्स के खिलाफ महज 14 साल की उम्र में उन्होंने 35 गेंदों पर तूफानी शतक जड़कर सबको चौंका दिया था।
हालांकि, अपनी इस जबरदस्त फॉर्म को वो लंबे समय तक कायम नहीं रख सके। मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुरुवार को हुए मुकाबले में वह खाता भी नहीं खोल पाए और शून्य पर आउट हो गए।
IPL 2025: Vaibhav Suryavanshi की कहानी – तूफानी शतक से लेकर संघर्ष तक, रोहित शर्मा ने बढ़ाया हौसला
राजस्थान रॉयल्स के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी पिछले साल के अंत में हुए मेगा ऑक्शन से ही चर्चा का विषय बने हुए हैं। संजू सैमसन की चोट के चलते उन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपना आईपीएल डेब्यू करने का मौका मिला, जहाँ उन्होंने 20 गेंदों पर 34 रन बनाकर अपनी आक्रामक शैली की झलक दिखाई।
Vaibhav Suryavanshi : गुजरात के खिलाफ रचा इतिहास
वैभव ने अपने तीसरे मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ केवल 35 गेंदों पर शतक जड़ दिया। 14 साल के इस बल्लेबाज ने 38 गेंदों पर 101 रन बनाकर धमाकेदार पारी खेली और आईपीएल इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बन गए, उन्होंने यूसुफ पठान का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
Vaibhav Suryavanshi : मुंबई के खिलाफ फॉर्म से बाहर
हालांकि, वह अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके। मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुरुवार को हुए मुकाबले में वह खाता तक नहीं खोल पाए। उन्होंने केवल दो गेंदों का सामना किया और बड़े शॉट के प्रयास में दीपक चाहर की गेंद पर कैच आउट हो गए। इस मुकाबले में मुंबई ने राजस्थान को 100 रन से करारी शिकस्त दी, और इसी के साथ राजस्थान की प्लेऑफ की उम्मीदें भी समाप्त हो गईं।
रोहित शर्मा ने दिखाया क्लास
मैच के बाद एक खूबसूरत लम्हा देखने को मिला, जब वैभव निराश लौट रहे थे, तभी रोहित शर्मा ने उनके पास जाकर हौसला बढ़ाया। जब दोनों टीमें हाथ मिला रही थीं, रोहित ने वैभव से कुछ प्रेरणादायक बातें कीं। रवि शास्त्री ने कमेंट्री के दौरान कहा, “वो सीखेगा, और रोहित ने भी उसे प्रोत्साहित किया।” यह क्षण सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और फैंस ने रोहित की खेल भावना की खूब सराहना की।
Vaibhav Suryavanshi अब तक का प्रदर्शन
आईपीएल 2025 में वैभव सूर्यवंशी ने अब तक 4 मैचों में 151 रन बनाए हैं। शुरुआत शानदार रही, लेकिन अब उन पर उम्मीदों का दबाव भी साफ दिख रहा है। कई दिग्गज खिलाड़ियों ने उन्हें संयम और निरंतरता पर काम करने की सलाह दी है।
BCCI को चेतावनी: “वैभव सूर्यवंशी को संभालें जैसे संभाला था सचिन को, नहीं तो हो सकता है पृथ्वी-कोंबली जैसा हाल”
आईपीएल में वैभव सूर्यवंशी की धमाकेदार शुरुआत ने क्रिकेट जगत का ध्यान आकर्षित किया है। ऐसे में पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों की राय सामने आने लगी है। कई दिग्गजों का मानना है कि बीसीसीआई को इस युवा प्रतिभा को संभालने में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए।
क्रिकेट विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर वैभव को समय रहते सही मार्गदर्शन और मानसिक समर्थन नहीं मिला, तो उनका करियर भी पृथ्वी शॉ और विनोद कांबली जैसा उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है।
उन्हें उसी सतर्कता, संरचना और देखरेख के साथ तैयार करना चाहिए जैसा सचिन तेंदुलकर के शुरुआती करियर में किया गया था।
Greg Chappell की चेतावनी: “वैभव सूर्यवंशी को संभालें जैसे संभाला था सचिन को, नहीं तो हो सकता है कांबली-पृथ्वी जैसा अंजाम”
राजस्थान रॉयल्स के युवा बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी आईपीएल 2025 में जबरदस्त चर्चा में हैं। महज 14 साल की उम्र में उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों पर शतक ठोककर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। इसी के साथ वैभव आईपीएल इतिहास में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए।
Greg Chappell ने दी BCCI को चेतावनी
जहां फैंस और दिग्गज खिलाड़ी वैभव की प्रतिभा की तारीफ कर रहे हैं, वहीं भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने बीसीसीआई को खास चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि वैभव को उसी गंभीरता और संरक्षण के साथ संभालना चाहिए, जैसा सचिन तेंदुलकर के साथ किया गया था। वरना, उनका करियर विनोद कांबली या पृथ्वी शॉ की तरह भटक सकता है।
चैपल ने कहा,
“प्रतिभा को केवल प्रचार और मार्केटिंग के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्हें सही मार्गदर्शन, संरचना और मानसिक मजबूती की जरूरत होती है।“
सचिन बनाम कांबली का उदाहरण
ग्रेग चैपल ने सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली के उदाहरण के ज़रिए समझाया कि किस तरह समान शुरुआत के बावजूद दो करियर अलग राहों पर चले गए।
- सचिन ने अपने करियर में 34,357 रन बनाए — टेस्ट में 15,921 और वनडे में 18,426 रन।
- वहीं कांबली ने 17 टेस्ट में 1,084 और 104 वनडे में 2,477 रन बनाए, लेकिन वे क्रिकेट से जल्दी बाहर हो गए।
निष्कर्ष
वैभव सूर्यवंशी के पास अपार प्रतिभा है, लेकिन उन्हें सही समय पर सही मार्गदर्शन देना बेहद ज़रूरी है। भारत को एक और महान बल्लेबाज़ मिल सकता है — अगर उसे ठीक से संवारकर आगे बढ़ाया जाए।