उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में मैं पूरी तरह फिट नहीं था। ग्रोइन में दिक्कत रहती थी। लेकिन अब शरीर बेहतर लग रहा है और मुझे लगता है मैं और आगे जा सकता हूं।”
Neeraj Chopra Hits 90 Metres : नीरज चोपड़ा की नई शुरुआत

कई सालों से 90 मीटर की दूरी नीरज चोपड़ा के सामने एक दीवार की तरह खड़ी थी — नजरों के सामने होते हुए भी पहुंच से बाहर। ओलंपिक गोल्ड, वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रॉफियां, दुनिया की हर बड़ी उपलब्धि – सब कुछ मिल चुका था, लेकिन 90 मीटर का आंकड़ा अब तक उनसे दूर ही था। कई बार वो करीब पहुंचे — एक बार तो सिर्फ 6 सेंटीमीटर दूर रह गए — लेकिन ये दूरी हर बार उनका पीछा छुड़ाकर निकल जाती थी।
लेकिन अब नहीं।
2025 की अपनी पहली बड़ी प्रतियोगिता, दोहा डायमंड लीग में, नीरज ने आखिरकार वह कर दिखाया जो सालों से उनका लक्ष्य रहा। तीसरे थ्रो में उन्होंने ऐसा भाला फेंका, जो लंबा, ऊंचा और एकदम सटीक गया। जब स्कोरबोर्ड पर 90.23 मीटर दिखा, उनके चेहरे पर खुशी से ज्यादा राहत झलक रही थी। साथियों ने आकर उन्हें गले लगाया — क्योंकि उन्हें अच्छे से पता था कि इस एक थ्रो का नीरज के लिए क्या मतलब है।
मजेदार बात ये रही कि इस थ्रो के बावजूद नीरज प्रतियोगिता नहीं जीत पाए। आखिरी थ्रो में उनके दोस्त और जर्मनी के जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर फेंककर पहला स्थान हासिल किया — यह उनका भी पहला 90 मीटर प्लस थ्रो था। नीरज को हराने का यह वेबर का सिर्फ तीसरा मौका था। नीरज ने इसे “बिटरस्वीट” यानी कड़वा-मीठा पल बताया।
इस स्पर्धा की एक और खास बात थी — नीरज के कोच यान झेलेज़नी की मौजूदगी। इतिहास के सबसे महान जेवलिन थ्रोअर और तीन बार के ओलंपिक चैंपियन झेलेज़नी आमतौर पर डायमंड लीग में नहीं आते, लेकिन नीरज के साथ काम शुरू करने के बाद उन्होंने खासतौर पर दोहा का सफर किया। उन्होंने पहले ही कह दिया था कि नीरज इस बार 90 मीटर पार कर लेंगे — और जब ऐसा हुआ, उन्होंने कहा: “तुम 2-3 मीटर और फेंक सकते हो।”
नीरज भी अब उसी आत्मविश्वास के साथ आगे देख रहे हैं। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में मैं पूरी तरह फिट नहीं था। ग्रोइन में दिक्कत रहती थी। लेकिन अब शरीर बेहतर लग रहा है और मुझे लगता है मैं और आगे जा सकता हूं।”
अब जब वह मानसिक और शारीरिक बाधा टूट चुकी है, तो असली लक्ष्य है — इस साल होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप, जहां नीरज अपने गोल्ड मेडल का बचाव करेंगे। लेकिन जिस आत्मविश्वास और फिटनेस के साथ उन्होंने इस साल की शुरुआत की है, उससे साफ है कि 90 मीटर सिर्फ एक शुरुआत है।
नीरज बोले: “ये तो सिर्फ 90 मीटर है… मुझे विश्वास है कि मैं और दूर फेंक सकता हूं। ये तो बस शुरुआत है।”