नासा के अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर और सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा 286 दिनों में पूरी
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Sunita Williams and Wilmore return
नासा के अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर और सुनीता विलियम्स को अपनी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान सिर्फ 8 दिन रुकने की योजना थी, लेकिन तकनीकी कारणों से उन्हें कुल 286 दिन बिताने पड़े। यह उनकी मूल योजना से 278 दिन अधिक था।
अब वे सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए हैं, और उनकी यह अनपेक्षित लंबी यात्रा नासा के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित हुई।
9 महीने बाद पृथ्वी पर लौटे सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर
नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर आखिरकार 18 मार्च 2025 को पृथ्वी पर लौट आए। वे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 9 महीने तक फंसे रहे थे, क्योंकि बोइंग स्टारलाइनर यान में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिससे वह वापसी के लिए असुरक्षित हो गया था।
स्पेसएक्स कैप्सूल से सुरक्षित वापसी
नासा के अनुसार, दोनों अंतरिक्ष यात्री मंगलवार सुबह ISS से रवाना हुए और 17 घंटे की यात्रा के बाद फ्लोरिडा के तट पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। पहले उन्हें 8 दिनों के मिशन के लिए भेजा गया था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उन्हें 278 दिन ज्यादा बिताने पड़े।
बोइंग स्टारलाइनर की विफलता
बोइंग का स्टारलाइनर यान पहली बार अंतरिक्ष में मानव मिशन पर भेजा गया था, लेकिन प्रोपल्शन सिस्टम (ईंधन प्रणाली) की समस्या के कारण यह ISS से वापसी के लिए सुरक्षित नहीं माना गया। इसलिए, नासा ने उनकी वापसी के लिए स्पेसएक्स कैप्सूल का उपयोग किया।
क्या होगा आगे?
विलियम्स और विलमोर को अब नासा के मेडिकल सेंटर ले जाया जाएगा, जहां उनकी स्वास्थ्य जांच की जाएगी। अंतरिक्ष में इतने लंबे समय तक रहने से शरीर पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं, जैसे हड्डियों की कमजोरी, मांसपेशियों में कमजोरी और दृष्टि में बदलाव।
यह मिशन भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक महत्वपूर्ण सीख बन सकता है, खासकर मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा की सुरक्षा के लिए।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर: 9 महीने तक अंतरिक्ष में फंसे रहने की पूरी कहानी
कौन हैं ये दो अंतरिक्ष यात्री?
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 9 महीने तक फंसे रहने वाले दो नासा अंतरिक्ष यात्री हैं:
- सुनीता “सुनी” विलियम्स (59 वर्ष) – ISS की मौजूदा कमांडर और पूर्व अमेरिकी नौसेना अधिकारी। वे 1998 में नासा से जुड़ीं और अब तक 322 दिन अंतरिक्ष में बिता चुकी हैं। उन्होंने 9 स्पेसवॉक किए हैं।
- बैरी “बुच” विलमोर (62 वर्ष) – अनुभवी नासा अंतरिक्ष यात्री, जिन्होंने 2009 में स्पेस शटल अटलांटिस से पहली बार अंतरिक्ष यात्रा की थी। वे पहले भी 178 दिन अंतरिक्ष में बिता चुके हैं।
इस बार, बोइंग स्टारलाइनर मिशन में विलमोर कमांडर और विलियम्स पायलट थीं।
वे अंतरिक्ष में फंसे कैसे?
- 5 जून 2024 को वे बोइंग CST-100 स्टारलाइनर में ISS गए थे, जो NASA के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा था।
- इस मिशन का उद्देश्य निजी कंपनियों द्वारा विकसित स्पेसक्राफ्ट का परीक्षण करना था, जिससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा को आसान बनाया जा सके।
- लेकिन उड़ान के दौरान हीलियम लीक और थ्रस्टर खराबी जैसी कई तकनीकी समस्याएं आईं।
- जब यह यान ISS पर पहुँचा, तो 28 में से 4 थ्रस्टर और काम करना बंद कर गए, जिससे डॉकिंग में देरी हुई।
- नासा ने इसे इंसानों के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया और इसे बिना यात्री के वापस भेज दिया।
वे पृथ्वी पर कब और कैसे लौटे?
- 18 मार्च 2025 को उनकी वापसी प्रक्रिया शुरू हुई।
- स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल में वे सुबह 1:05 बजे (ET) ISS से रवाना हुए।
- 17 घंटे की यात्रा के बाद, शाम 6 बजे (ET) उन्होंने अटलांटिक महासागर में सुरक्षित लैंडिंग की।
- नासा ने इस वापसी यात्रा का सीधा प्रसारण भी किया।
स्पेस में इतने समय तक वे कैसे बचे रहे?
- अंतरिक्ष में रहने के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और मनोरंजन की सुविधा होती है।
- उन्होंने स्पेसवॉक किया और कई वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लिया।
- अंतरिक्ष स्टेशन को समय-समय पर खाद्य आपूर्ति मिलती रही।
- क्रिसमस के दौरान, उन्होंने समुद्री भोजन, बतख फोई ग्रास, लॉबस्टर और स्मोक्ड सैल्मन का आनंद लिया।
- वे ईमेल और कॉल्स के जरिए परिवार के संपर्क में रहे।
- सुनीता ने कहा, “हम अच्छा महसूस कर रहे हैं, एक्सरसाइज कर रहे हैं, सही खा रहे हैं।”
क्या पहले भी कोई अंतरिक्ष में फंसा है?
- फ्रैंक रुबियो (2022-2023) – 371 दिन ISS पर रहे, क्योंकि उनका सोयूज स्पेसक्राफ्ट खराब हो गया था।
- सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की तरह कई अन्य अंतरिक्ष यात्री भी तकनीकी दिक्कतों के कारण ज्यादा समय तक स्पेस में रहे हैं।
अब आगे क्या होगा?
- दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की मेडिकल जांच होगी, क्योंकि लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से हड्डियों और मांसपेशियों पर प्रभाव पड़ता है।
- यह मिशन भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक सीख बनेगा, खासतौर पर मानवयुक्त मिशनों की सुरक्षा के लिए।