एक्सपर्ट से जानिए कर्मचारियों और मैनेजर्स के लिए 10 असरदार टिप्स, साथ ही परिवार और बच्चों को कैसे संभालें जब प्रोफेशनल लाइफ में स्ट्रेस हो!
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में वर्कप्लेस स्ट्रेस एक आम समस्या बन चुकी है। रिसर्च बताती है कि भारत में 89% वर्किंग प्रोफेशनल्स अपने काम को लेकर किसी न किसी रूप में तनाव का सामना कर रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, लंबे समय तक तनाव में रहना डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिज़ीज जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। नौकरियाँ अक्सर तनावपूर्ण हो सकती हैं, खासकर जब डेडलाइन नज़दीक हो। लेकिन जब हम इस तनाव को इतना हावी होने देते हैं कि हमारे सोचने-समझने की क्षमता सिर्फ़ काम तक सीमित रह जाती है, तो यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है।
HT Lifestyle से बातचीत में आकाश हेल्थकेयर के ग्रुप हेड – ऑपरेशन्स और एचआर, विकास चावला ने कहा,
“कोई भी नौकरी तनावपूर्ण हो सकती है। अल्पकालिक तनाव, जैसे किसी ज़रूरी प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करना या मुश्किल कार्यों से जूझना, सामान्य है। लेकिन जब यह तनाव लम्बे समय तक बना रहता है, तो यह न सिर्फ मानसिक, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदेह हो सकता है।”
सहकर्मियों के बीच टकराव से बचें या उसे कम करें:
कार्यालय में आपसी टकराव, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। सहकर्मियों के साथ होने वाले मतभेदों को सुलझाना अक्सर मुश्किल होता है, इसलिए बेहतर यही होगा कि जहां तक संभव हो, ऐसे संघर्षों से बचा जाए।
तो चलिए जानते हैं एक्सपर्ट द्वारा सुझाए गए वो 10 असरदार उपाय जिनसे आप ऑफिस और घर, दोनों जगह तनाव से मुक्त रह सकते हैं।
1. टाइम मैनेजमेंट: प्राथमिकताएं तय करें
क्या करें?
- “टू-डू लिस्ट” बनाएं – सुबह सबसे पहले जरूरी कामों को लिखें।
- पोमोडोरो टेक्निक (25 मिनट काम + 5 मिनट ब्रेक) का उपयोग करें।
मेडिकल बेनिफिट
तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) कम होता है, जिससे मूड बेहतर रहता है।
2. ब्रेक लेना न भूलें
क्या करें?
- हर 1-2 घंटे में 5-10 मिनट का शॉर्ट ब्रेक लें।
- ब्रेक में स्ट्रेचिंग, वॉक या डीप ब्रीदिंग करें।
मेडिकल बेनिफिट
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे थकान कम होती है।
3. हेल्दी डाइट और हाइड्रेशन
क्या करें?
- ऑफिस में हेल्दी स्नैक्स (नट्स, फ्रूट्स) रखें।
- दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं।
मेडिकल बेनिफिट
पोषक तत्व मस्तिष्क को एनर्जी देते हैं, जिससे फोकस बढ़ता है।
4. फिजिकल एक्टिविटी (योगा/वर्कआउट)
क्या करें?
- रोज 30 मिनट योगा/वॉक करें (खासकर कपालभाति, अनुलोम-विलोम)।
मेडिकल बेनिफिट
एंडोर्फिन (खुशी का हार्मोन) रिलीज होता है, जो तनाव कम करता है।
5. पॉजिटिव वर्क कल्चर बनाएं (मैनेजर्स के लिए)
क्या करें?
- टीम के साथ ओपन कम्युनिकेशन रखें।
- छोटी-छोटी उपलब्धियों पर प्रशंसा करें।
मेडिकल बेनिफिट
सकारात्मक माहौल से मेंटल हेल्थ बेहतर होती है।
6. डिजिटल डिटॉक्स (स्क्रीन टाइम कम करें)
क्या करें?
- ऑफिस के बाद मोबाइल/लैपटॉप से दूरी बनाएं।
मेडिकल बेनिफिट
आंखों और दिमाग को आराम मिलता है।
7. परिवार और बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम
क्या करें?
- रोज 1 घंटा फैमिली के साथ बिताएं (बिना फोन के)।
- बच्चों के साथ गेम्स खेलें या उनकी बात सुनें।
मेडिकल बेनिफिट
रिलेशनशिप मजबूत होने से इमोशनल सपोर्ट मिलता है।
8. नींद पूरी लें (7-8 घंटे)
क्या करें?
- रात 10-11 बजे तक सोने की आदत डालें।
मेडिकल बेनिफिट
दिमाग रिस्टार्ट होता है, जिससे चिड़चिड़ापन कम होता है।
9. मेडिटेशन और माइंडफुलनेस
क्या करें?
- रोज 10 मिनट मेडिटेशन करें।
मेडिकल बेनिफिट
तनाव कम करने वाले हार्मोन्स एक्टिव होते हैं।
10. प्रोफेशनल हेल्प लें (काउंसलिंग)
क्या करें?
- अगर स्ट्रेस बहुत ज्यादा है, तो मनोवैज्ञानिक से सलाह लें।
मेडिकल बेनिफिट
डिप्रेशन और एंग्जाइटी से बचाव होता है।
तनाव को पूरी तरह खत्म करना मुश्किल है, लेकिन इन 10 टिप्स को अपनाकर आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं। कर्मचारी और मैनेजर्स दोनों को मिलकर एक हेल्दी वर्कप्लेस बनाना चाहिए। साथ ही, परिवार के साथ समय बिताकर वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखें।
संदर्भ (References):
- American Psychological Association (APA) – Workplace Stress Management
- Harvard Health Publishing – Benefits of Meditation
- Mayo Clinic – Importance of Sleep
- National Institute of Mental Health – Stress and Health