देहरादून बस स्टैंड पर बस में लड़की से सामूहिक बलात्कार के बाद पांच लोग गिरफ्तार।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और सीसीटीवी कैमरों को खंगालकर रोडवेज बस की पहचान की तथा बस के चालक और कंडक्टर समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उत्तराखंड पुलिस ने रविवार को देहरादून के अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर एक सरकारी बस में एक किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार (A teenager was gang-raped on a bus) करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि देहरादून आईएसबीटी पर काम करने वाले दो अन्य ड्राइवरों और एक कैशियर को भी गिरफ्तार किया गया है।
A teenager was gang-raped on a bus – उत्तराखंड परिवहन निगम के तीन कर्मचारियों समेत पांच लोगों को रविवार को देहरादून के अंतरराज्यीय बस टर्मिनस (आईएसबीटी) पर खड़ी एक बस में 16 वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पिछले सोमवार की रात को हुआ यह अपराध तब प्रकाश में आया जब उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली लड़की ने काउंसलिंग सत्र के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन अधिकारियों को घटना की सूचना दी। गिरफ्तार किए गए तीन राज्य सरकार के कर्मचारियों में धर्मेंद्र कुमार, 32, बस चालक, देवेंद्र कुमार, 52, कंडक्टर और राजेश कुमार सोनकर, 38, टिकट काउंटर कैशियर शामिल हैं। रवि कुमार, 34, और राजपाल सिंह, 57, जो अनुबंध पर ड्राइवर के रूप में काम कर रहे थे, भी मामले में आरोपी हैं।
घटना 12 अगस्त की है, लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी शनिवार को मिली। पुलिस ने बताया कि देहरादून बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सूचना मिली थी कि 12 अगस्त को देहरादून आईएसबीटी में एक किशोरी देर रात एक बेंच पर अकेली बैठी थी।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उसे सरकारी बालिका गृह बाल निकेतन ले जाया गया, जहां उसने काउंसलिंग के दौरान अधिकारियों को कथित बलात्कार के बारे में जानकारी दी। शनिवार को सीडब्ल्यूसी सदस्य द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (2) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत पटेल नगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
इसके बाद पुलिस हरकत में आई और सीसीटीवी कैमरों की जांच कर बस की पहचान की और पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान उत्तराखंड के हरिद्वार के बुग्गावाला निवासी धर्मेंद्र कुमार (32) और राजपाल (57), हरिद्वार के भगवानपुर निवासी देवेंद्र (52), देहरादून निवासी राजेश कुमार सोनकर (38) और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के नवाबगंज निवासी रवि कुमार (34) के रूप में हुई है।
पीटीआई ने बताया कि घटना में इस्तेमाल की गई बस का ड्राइवर धमेंद्र कुमार है और कंडक्टर देवेंद्र है। रवि कुमार और राजपाल अन्य बसों के ड्राइवर हैं, जबकि सोनकर बस स्टैंड पर उत्तराखंड रोडवेज का कैशियर है।
लड़की ने पहले पुलिस को बताया कि वह पंजाब की रहने वाली है और अनाथ है, लेकिन बाद में पूछताछ करने पर उसने अपने परिवार के बारे में जानकारी दी। उसने पुलिस को यह भी बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली है और पहले वह दिल्ली गई और फिर बस से देहरादून गई, जहां उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया।
आरोपी ने पुलिस को क्या बताया…
पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों में से एक देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने लड़की को दिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर देखा था।
लड़की ने उससे पंजाब पहुंचने के बारे में जानकारी मांगी, जिसके बाद देवेंद्र ने उसे सुझाव दिया कि वह देहरादून के लिए बस ले और फिर पंजाब के लिए दूसरी बस ले।
हालांकि, बस के देहरादून पहुंचने और सभी यात्रियों के उतर जाने के बाद, देवेंद्र और ड्राइवर धर्मेंद्र ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया। उसने पुलिस को बताया कि पास में खड़ी बसों के दो अन्य ड्राइवरों- रवि और राजपाल को भी इस बारे में पता चल गया था। वे भी बस के अंदर गए और कथित तौर पर किशोरी के साथ बलात्कार किया।
इसके बाद देवेंद्र ने पैसे जमा करते समय कैशियर को घटना के बारे में बताया, जिसके बाद उसने भी बस में लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया।
ड्राइवर ने उसे देहरादून आईएसबीटी से पटियाला जाने वाली बस में बैठाने की योजना बनाई थी, लेकिन एक सतर्क सुरक्षा गार्ड को संदेह हो गया और उसने आपातकालीन हेल्पलाइन पर फोन कर दिया, जिससे लड़की को बचा लिया गया।