Maternity Insurance Plans : मैटरनिटी इंश्योरेंस प्लान में क्या-क्या कवर होता है, जानें इसके फ़ायदे

Maternity Insurance Plans क्या है?

मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसा स्वास्थ्य बीमा प्लान है जो गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी सभी चिकित्सीय खर्चों को कवर करता है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने का खर्च, सामान्य या सी-सेक्शन डिलीवरी, प्रसव पूर्व और प्रसव के बाद की देखभाल, मेडिकल टेस्ट और नवजात शिशु से संबंधित खर्च शामिल होते हैं।

यह बीमा योजना महिलाओं को आर्थिक स्थिरता प्रदान करती है और उन्हें अपने बच्चे के पालन-पोषण के लिए तैयार रहने में मदद करती है। आजकल कई कॉरपोरेट कंपनियां अपनी महिला कर्मचारियों के लिए इस लाभ को हेल्थ पॉलिसी के साथ राइडर के रूप में शामिल करती हैं।

भारत में अधिकांश मैटरनिटी इंश्योरेंस प्लानों में 36 महीने की वेटिंग पीरियड होती है, जो बीमा प्रदाता पर निर्भर करती है। इस पॉलिसी के तहत गर्भवती महिलाएं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकती हैं, और उनके डिलीवरी से जुड़े खर्चों को कवर किया जाता है।

इसके अतिरिक्त, कई प्लान्स नवजात शिशु के अस्पताल में भर्ती होने और टीकाकरण से संबंधित खर्च भी कवर करते हैं, जिससे संपूर्ण मातृत्व देखभाल बिना आर्थिक बोझ के संभव हो पाती है।

Maternity Insurance Plans की आवश्यकता क्यों होती है?

🔹 प्रसव से जुड़ी चिकित्सीय खर्चों को कवर करने के लिए
आज के समय में मेडिकल महंगाई तेजी से बढ़ रही है। प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में डिलीवरी का खर्च आसानी से एक लाख रुपये या उससे अधिक हो सकता है। मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस आपको इस खर्च को बचत में हाथ लगाए बिना संभालने में मदद करता है।

🔹 गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच के लिए
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। मैटरनिटी इंश्योरेंस योजना आपको और आपके बच्चे को बेहतर अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में इलाज प्राप्त करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

🔹 कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन की सुविधा के लिए
प्रसव एक समय-संवेदी प्रक्रिया होती है। मैटरनिटी इंश्योरेंस आपको कैशलेस अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा देता है, जिससे तुरंत इलाज शुरू किया जा सकता है और भुगतान की चिंता नहीं करनी पड़ती।

🔹नवजात शिशु के लिए कवरेज
मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस योजना प्रसव के बाद एक निर्धारित अवधि तक नवजात शिशु के चिकित्सा खर्चों को भी कवर करती है, जिसमें टीकाकरण भी शामिल होता है।

मैटरनिटी इंश्योरेंस होने से जीवन के इस महत्वपूर्ण चरण में मानसिक शांति और वित्तीय सुरक्षा मिलती है।

🔹प्रसव से पहले और बाद के खर्चों के लिए कवरेज
प्रसव से पहले और बाद में कई तरह के खर्च होते हैं। मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस योजना इन खर्चों को कवर करने में मदद करती है।
प्रसव पूर्व (प्री-नेटल) खर्चों में डॉक्टर की विज़िट, दवाइयाँ, विभिन्न जांचें आदि शामिल होते हैं।
प्रसवोत्तर (पोस्ट-नेटल) खर्चों में डिलीवरी के बाद अस्पताल में रहने का खर्च, नवजात की जांचें आदि शामिल हैं।

Maternity Insurance Plans – Eligibility Criteria

हालांकि अलग-अलग पॉलिसियों के अनुसार शर्तें थोड़ी भिन्न हो सकती हैं, लेकिन आमतौर पर इस बीमा को लेने के लिए निम्नलिखित पात्रताएं होती हैं:

  • आपकी उम्र एक निश्चित सीमा के भीतर होनी चाहिए, जो आमतौर पर 18 से 50 वर्ष के बीच होती है।
  • कवरेज शुरू होने से पहले आपको एक निश्चित वेटिंग पीरियड पूरा करना होता है (आमतौर पर 24 महीने)।
  • यह बीमा आमतौर पर आपके जीवनकाल में सीमित संख्या में प्रसव (अधिकतर मामलों में अधिकतम 3) के लिए ही कवरेज प्रदान करता है।
Maternity Insurance Plans की विशेषताएं
  • समग्र कवरेज: यह बीमा योजना प्री- और पोस्ट-नेटल खर्चों, टीकाकरण जैसे कई चिकित्सा खर्चों को कवर करती है।
  • आसान आवेदन प्रक्रिया: आप इस बीमा को ऑनलाइन कुछ ही क्लिक में बिना किसी झंझट के खरीद सकते हैं।
  • कर में छूट: पुराने टैक्स सिस्टम के तहत, मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस पर दिए गए प्रीमियम की राशि आयकर अधिनियम की धारा 80D के अंतर्गत टैक्स छूट के लिए योग्य होती है।

मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस कब खरीदें?
मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस में वेटिंग पीरियड होता है, इसलिए इसे परिवार नियोजन से कुछ साल पहले ही खरीदना बेहतर होता है। इससे आप वेटिंग पीरियड पूरी कर लेते हैं और गर्भावस्था व डिलीवरी के दौरान कवरेज प्राप्त कर सकते हैं। विभिन्न प्लान्स की तुलना करके अपनी जरूरत के अनुसार सबसे उपयुक्त बीमा योजना चुनें।

मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़:


बीमा खरीदने के लिए आपको कुछ बुनियादी पहचान और पते से संबंधित दस्तावेज़ जमा करने होते हैं, जैसे:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • वोटर आईडी
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
मैटरनिटी बेनिफिट्स के साथ मेडिक्लेम प्लान खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?

हर माता-पिता को डिलीवरी से जुड़ी महंगी चिकित्सा लागत को कवर करने के लिए मैटरनिटी इंश्योरेंस की आवश्यकता होती है। बिना बीमा के ये खर्च उठाना मुश्किल हो सकता है। एक अच्छा मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस न केवल आपकी आर्थिक योजना को बेहतर बनाता है बल्कि एक सुखद और सुरक्षित पेरेंटहुड में मदद करता है।

ध्यान देने योग्य बातें:

  • ऐसा प्लान चुनें जो केवल हॉस्पिटल खर्च नहीं, बल्कि विभिन्न मेडिकल खर्चों को कवर करे।
  • प्रीमियम में मिलने वाली छूट की जांच करें, ताकि आप पैसे भी बचा सकें।
  • कैशलेस नेटवर्क हॉस्पिटल की लिस्ट जरूर देखें, जिससे इमरजेंसी में तुरंत सुविधा मिल सके।
  • बीमा की पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स ध्यानपूर्वक पढ़ें—क्या-क्या शामिल है, क्या नहीं, सब-लिमिट्स और वेटिंग पीरियड क्या है।

योजना की तुलना करके एक ऐसा मैटरनिटी इंश्योरेंस चुनें जो अधिकतम लाभ दे और आपके बजट में भी फिट हो।

Frequently Asked Questions on Maternity Health Insurances

क्या मैं गर्भवती होने के बाद मैटरनिटी इंश्योरेंस खरीद सकती हूं?

हां, आप गर्भवती होने के बाद भी मैटरनिटी इंश्योरेंस खरीद सकती हैं, लेकिन बीमा का कवरेज तभी शुरू होगा जब वेटिंग पीरियड पूरा हो जाएगा। यानी तुरंत लाभ नहीं मिलेगा।

क्या मैं दो अलग-अलग बीमा पॉलिसियों से मैटरनिटी लाभ का दावा कर सकती हूं?

हां, यदि आपके पास दो बीमा पॉलिसियां हैं जिनमें मैटरनिटी कवरेज है, तो आप दोनों से दावा कर सकती हैं, बशर्ते कि बीमा कंपनियों की शर्तें पूरी हों।

क्या पति और पत्नी दोनों मैटरनिटी इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं?

अगर दोनों के पास अपनी-अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है जिसमें मैटरनिटी कवरेज शामिल है, तो वे अपने-अपने बीमा से क्लेम कर सकते हैं।

मैटरनिटी इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?

यह गर्भावस्था और प्रसव के दौरान वित्तीय सुरक्षा देता है। इसमें प्री और पोस्ट नेटल खर्च, डिलीवरी खर्च और नवजात शिशु की देखभाल भी शामिल होती है, जिससे आर्थिक बोझ कम होता है।

क्या तीसरे बच्चे का खर्च भी मैटरनिटी इंश्योरेंस में शामिल होता है?

अधिकांश पॉलिसियों में तीन तक डिलीवरी कवर होती हैं। पॉलिसी डॉक्युमेंट्स पढ़कर जरूर जांच लें कि आपकी योजना कितनी डिलीवरी को कवर करती है।

मैटरनिटी इंश्योरेंस खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?

  • वेटिंग पीरियड
  • सम इंश्योर्ड (बीमा राशि)
  • क्या शामिल है और क्या नहीं
  • बीमा कंपनी की क्लेम सेटलमेंट दर
  • ग्राहक सेवा की गुणवत्ता

मैटरनिटी इंश्योरेंस का क्लेम प्रोसेस कैसे काम करता है?

बीमा कंपनी को अस्पताल में भर्ती होने की सूचना दें। फिर क्लेम फॉर्म और ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे बिल, रसीद, डिस्चार्ज सर्टिफिकेट, मेडिकल रिपोर्ट आदि जमा करें।

क्या मैटरनिटी इंश्योरेंस में क्लेम लिमिट होती है?

हां। सामान्य हेल्थ पॉलिसी में मैटरनिटी खर्च बीमा राशि के एक प्रतिशत तक सीमित होता है। वहीं, स्टैंडअलोन मैटरनिटी पॉलिसी में यह तय राशि के रूप में तय होता है।

Ansi

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