कुणाल कामरा ने माफ़ी मांगने से किया इनकार, शिवसेना ने कहा – अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे, अपने अंदाज में देंगे जवाब।
कुणाल कामरा का माफ़ी से इनकार, शिवसेना (शिंदे) ने दी चेतावनी
स्टैंड-अप कॉमेडी एक्ट को लेकर विवाद के बाद कॉमेडियन कुणाल कामरा ने साफ कर दिया है कि वह महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर की गई टिप्पणियों पर माफ़ी नहीं मांगेंगे।

Kunal Kamra Eknath Shinde controversy
सोमवार को एक बयान जारी कर कामरा ने उस जगह पर हुई तोड़फोड़ की आलोचना की, जहां उनके कॉमेडी शो की रिकॉर्डिंग हुई थी।
कामरा के इस बयान पर शिवसेना (शिंदे गुट) की तीखी प्रतिक्रिया आई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता गुलाब रघुनाथ पाटिल ने कहा, “अगर वो माफ़ी नहीं मांगेगा, तो हम अपने अंदाज में उसे जवाब देंगे। माफ़ी नहीं मांगेगा तो बाहर तो आएगा ही, कब तक छिपेगा?”
दरअसल, 36 वर्षीय कॉमेडियन ने अपने हालिया शो में एक लोकप्रिय हिंदी फिल्म के गाने की पैरोडी बनाकर एकनाथ शिंदे के राजनीतिक करियर पर कटाक्ष किया था, जिससे महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया।
कामरा ने रविवार को इस शो की रिकॉर्डिंग अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट की थी, जिसे अब तक 34 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है।
इस वीडियो के बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने शो की रिकॉर्डिंग वाली जगह पर तोड़फोड़ की और कामरा को माफ़ी मांगने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कामरा को अपनी ‘निम्न स्तरीय कॉमेडी’ के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।”
कुणाल कामरा ने बयान में क्या कहा
कुणाल कामरा का करारा जवाब: “मैं माफ़ी नहीं मांगूंगा”
तोड़फोड़ और धमकियों के 24 घंटे बाद स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबा बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि वह माफ़ी नहीं मांगेंगे।
कामरा ने लिखा, “मैंने वही कहा, जो अजित पवार (प्रथम उप मुख्यमंत्री) ने एकनाथ शिंदे (दूसरे उप मुख्यमंत्री) के बारे में कहा था। मैं इस भीड़ से नहीं डरता और बिस्तर के नीचे छिपकर मामला शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा।”
कॉमेडी शो की जगह पर हुई तोड़फोड़ की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, “एंटरटेनमेंट वेन्यू केवल एक प्लेटफॉर्म होता है, वह मेरी कॉमेडी के लिए ज़िम्मेदार नहीं है। किसी कॉमेडियन के शब्दों के लिए किसी जगह को नुकसान पहुंचाना वैसा ही है, जैसे अगर आपको चिकन नहीं परोसा गया तो आप टमाटर के ट्रक को पलट दें।”
‘सबक सिखाने’ की धमकी पर पलटवार
नेताओं को संबोधित करते हुए कामरा ने कहा, “अभिव्यक्ति की आज़ादी सिर्फ ताक़तवर लोगों की चापलूसी के लिए नहीं है। नेताओं का मज़ाक उड़ाना क़ानून के खिलाफ़ नहीं है।”
कामरा ने यह भी कहा कि वह किसी भी कानूनी कार्यवाही में पुलिस और कोर्ट का सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने सवाल उठाया, “क्या उन लोगों पर भी क़ानूनी कार्रवाई होगी, जिन्होंने कॉमेडी से आहत होकर तोड़फोड़ को सही माना?”
फोन नंबर लीक करने वालों और मीडिया पर निशाना
कामरा ने उन लोगों को भी आड़े हाथों लिया, जिन्होंने उनका निजी नंबर लीक किया और उन्हें लगातार कॉल कर रहे हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज़ में कहा, “आपको अब तक पता चल गया होगा कि आपकी अनजान कॉल्स मेरे वॉइसमेल में जा रही हैं, जहां आपको वही गाना सुनाई देगा, जिससे आपको नफरत है।”
मीडिया को भी नसीहत देते हुए उन्होंने कहा, “इस तमाशे की ईमानदारी से रिपोर्टिंग करें। याद रखें कि प्रेस की आज़ादी के मामले में भारत 159वें स्थान पर है।”
Kunal Kamra Eknath Shinde controversy स्टूडियो पर हमला और धमकी
मुंबई में शिवसेना (शिंदे गुट) का हंगामा, कुणाल कामरा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
रविवार रात शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की। इस घटना का वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने साझा किया, जिसे शिवसेना (शिंदे गुट) ने जारी किया था।
इसके अलावा, ठाणे में शिवसेना (शिंदे गुट) की युवा सेना ने वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन के बाहर कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कामरा की तस्वीरें भी जलाईं।
“मुंबई और हिंदुस्तान में नहीं घूम सकते” – शिवसेना सांसद
शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद नरेश म्हस्के ने धमकी भरे लहजे में कहा,
“कुणाल कामरा पैसे के लिए हम पर और हमारे नेता पर टिप्पणी कर रहे हैं। अब वह न सिर्फ मुंबई बल्कि पूरे हिंदुस्तान में भी नहीं घूम सकते। हमारे शिवसैनिक उन्हें उनकी जगह दिखाएंगे।”
शिवसेना पदाधिकारी समेत 12 गिरफ्तार
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने सोमवार को शिवसेना पदाधिकारी राहुल कनाल और 11 अन्य लोगों को स्टूडियो में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
बीएमसी की कार्रवाई पर कामरा का तंज
मुंबई की नगर निकाय बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने भी तोड़फोड़ किए गए स्थल का निरीक्षण किया और होटल के खुले स्थान में बनी एक अस्थायी संरचना को ध्वस्त कर दिया।
इस पर कुणाल कामरा ने बीएमसी की बिना किसी पूर्व सूचना के कार्रवाई करने की आलोचना की।
Kunal Kamra Eknath Shinde controversy – एकनाथ शिंदे ने क्या प्रतिक्रिया दी
कुणाल कामरा विवाद पर सियासी घमासान, सोशल मीडिया पर भी गर्मागर्म बहस
स्टैंड-अप एक्ट में परोक्ष टिप्पणी से मचा बवाल
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने हालिया एक्ट में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना ‘ग़द्दार’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया।
सोमवार को बीबीसी मराठी के ‘राष्ट्र महाराष्ट्र’ कार्यक्रम में पहुंचे एकनाथ शिंदे ने इस पर कहा,
“अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, हम व्यंग्य समझते हैं, लेकिन इसकी भी एक सीमा होनी चाहिए। यह किसी के खिलाफ बोलने की ‘सुपारी’ लेने जैसा है।”
शिंदे ने यह भी कहा, “इसी व्यक्ति (कुणाल कामरा) ने पहले भारत के सर्वोच्च न्यायालय, प्रधानमंत्री, अर्नब गोस्वामी और कुछ उद्योगपतियों पर टिप्पणी की थी। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि किसी के लिए काम करना है।” हालांकि, उन्होंने तोड़फोड़ को सही नहीं ठहराया।
उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे ने कामरा का समर्थन किया
शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने कामरा के बयान को सही ठहराते हुए कहा,
“मुझे नहीं लगता कि कुणाल कामरा ने कुछ गलत कहा है। ग़द्दारों को ग़द्दार कहना, यह किसी पर हमला करने की बात नहीं है। पूरा गाना सुन लीजिए, अगर आपके पास है तो बजाकर दिखाइए।”
आदित्य ठाकरे ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“जो कुछ भी हुआ, वह स्वाभाविक नहीं था। वे लोग इस पर आहत क्यों हो गए? वहां कोई नाम नहीं लिया गया। कामरा की कविता में सिर्फ ‘ग़द्दार’ शब्द था, और इसके बाद शिंदे समर्थकों ने प्रतिक्रिया दी।”
फडणवीस ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से कहा,
“2024 के चुनाव ने तय कर दिया कि कौन ग़द्दार है और कौन ख़ुद्दार। हिंदू हृदय सम्राट बाला साहब ठाकरे की विरासत शिंदे जी के पास है, इस पर जनता ने मुहर लगा दी है।”
उन्होंने आगे कहा, “कॉमेडी और व्यंग्य का अधिकार है, लेकिन अगर इसे जानबूझकर अपमानजनक तरीके से इस्तेमाल किया जाए और बड़े नेताओं को निशाना बनाया जाए, तो इसे सहन नहीं किया जाएगा। जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है, वह की जाएगी।”
सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं
इस मामले ने सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी।
- सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने स्टूडियो में तोड़फोड़ का वीडियो पोस्ट कर लिखा,
“शिंदे की शिवसेना दिखा रही है कि वे हल्के मजाक को भी कैसे गंभीरता से लेते हैं।” - वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने लिखा,
“दिल्ली में पीएम मोदी कहते हैं कि आलोचना लोकतंत्र की आत्मा है, और मुंबई में शिवसेना (शिंदे) कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ करती है। क्या कोई केंद्र या राज्य सरकार से कामरा की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए आवाज़ उठाएगा?” - यूज़र तुषार गुप्ता ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा,
“कामरा खुद इसी मॉडल का समर्थन कर चुके हैं। आप या मैं क्या सोचते हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता।” साथ ही उन्होंने वह वीडियो शेयर किया जिसमें कामरा ने बीएमसी द्वारा कंगना रनौत के बंगले पर बुलडोज़र चलाने का समर्थन किया था। - वीना जैन नाम की यूज़र ने अजित पवार का पुराना वीडियो पोस्ट कर सवाल उठाया,
“अजित पवार ने भी पहले यही कहा था, लेकिन अब जब कामरा ने यही बात दोहराई, तो शिवसेना आक्रोशित हो गई। यह कैसी दोहरी नीति है?”
कामरा के पुराने बयान भी चर्चा में
कंगना रनौत के बंगले पर बीएमसी की कार्रवाई का समर्थन करने वाले कामरा के पुराने वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए जा रहे हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के साथ कामरा की पुरानी बातचीत को पोस्ट करते हुए यूज़र मिस्टर सिन्हा ने लिखा,
“आज कामरा और उनकी गैंग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात कर रही है, लेकिन पहले यही लोग इसे नजरअंदाज कर चुके हैं।”
कुणाल कामरा के स्टैंड-अप एक्ट ने राजनीतिक भूचाल ला दिया है। जहां एकनाथ शिंदे और फडणवीस ने इसे सीमा लांघने वाला मजाक बताया, वहीं उद्धव और आदित्य ठाकरे ने कामरा का समर्थन किया। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा ‘हिपोक्रेसी बनाम फ्री स्पीच’ की बहस का रूप ले चुका है।