संजय कपूर का जीवन, विरासत और दुखद निधन: करिश्मा कपूर के पूर्व पति
Table of Contents
संजय कपूर, एक प्रमुख भारतीय उद्योगपति, पोलो प्रेमी और बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति, ने भारत के व्यापारिक और सामाजिक क्षेत्रों पर एक अमिट छाप छोड़ी। 12 जून, 2025 को 53 वर्ष की आयु में उनकी अचानक और दुखद मृत्यु ने उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों को स्तब्ध कर दिया। सोना कॉम्स्टार के नेतृत्व, पोलो के प्रति उनके जुनून और जटिल निजी जीवन के लिए जाने जाने वाले संजय की यात्रा महत्वाकांक्षा, विवाद और अपने बच्चों के प्रति समर्पण की थी। यह व्यापक ब्लॉग उनके जीवन, करिश्मा कपूर के साथ उनकी शादी और तलाक, अपने बच्चों के लिए उनकी वित्तीय व्यवस्था और उनकी असामयिक मृत्यु की दुखद परिस्थितियों पर प्रकाश डालता है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
संजय कपूर का जन्म एक उद्योगपति परिवार में हुआ था, उनके पिता डॉ. सुरिंदर कपूर ऑटोमोटिव उद्योग में एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे। उन्होंने देहरादून के प्रतिष्ठित दून स्कूल में अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की, जहां वे बाद में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य बने और स्पोर्ट्स और आईटी समितियों के अध्यक्ष रहे। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, संजय ने मुंबई के जॉन कॉनन स्कूल में पढ़ाई की और फिर लंदन की एक यूनिवर्सिटी से कॉर्पोरेट स्ट्रैटेजी और ह्यूमन रिसोर्सेज में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) की डिग्री हासिल की। उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि और वैश्विक अनुभव ने उनके सफल व्यावसायिक करियर की नींव रखी।
पेशेवर उपलब्धियां
संजय कपूर सोना कॉम्स्टार के चेयरमैन और नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे, जो प्रेसिजन-फोर्ज्ड गियर्स और ड्राइवलाइन कंपोनेंट्स में विशेषज्ञता वाली एक अग्रणी ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी कंपनी है। उनके नेतृत्व में, सोना कॉम्स्टार ने भारत, अमेरिका, सर्बिया, मैक्सिको और चीन में विनिर्माण और अनुसंधान सुविधाओं के साथ अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार किया। कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र में एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन गई, जो संजय की नवाचार और स्थिरता की दृष्टि को दर्शाता है।
सोना कॉम्स्टार के अलावा, संजय ने भारत के औद्योगिक परिदृश्य में प्रभावशाली भूमिकाएं निभाईं। वे ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के अध्यक्ष रहे और कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) की मैन्युफैक्चरिंग काउंसिल के सह-अध्यक्ष थे। ऑटोमोटिव क्षेत्र में उनके योगदान ने उन्हें एक दूरदर्शी नेता के रूप में सम्मान दिलाया। सोना कॉम्स्टार ने उनकी मृत्यु के बाद एक बयान में कहा कि वे एक “दयालु व्यक्ति” थे, जिनके मार्गदर्शन ने कंपनी की सफलता को आकार दिया।
निजी जीवन: विवाह और रिश्ते
संजय कपूर का निजी जीवन अक्सर सुर्खियों में रहा, खासकर उनकी हाई-प्रोफाइल शादियों के कारण। उन्होंने तीन बार शादी की, प्रत्येक रिश्ते ने मीडिया का ध्यान आकर्षित किया।
पहली शादी: नंदिता महतानी
संजय की पहली शादी 1996 में मुंबई की फैशन डिजाइनर नंदिता महतानी से हुई थी। यह शादी 2000 तक चली, जब दोनों ने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला किया।
दूसरी शादी: करिश्मा कपूर
2003 में, संजय ने बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर से मुंबई में उनके पैतृक घर, कृष्णा राज बंगले में एक शानदार सिख विवाह समारोह में शादी की। यह शादी करिश्मा की मां, बबीता शिवदासनी ने तय की थी, हालांकि उनके पिता, रणधीर कपूर ने इसका विरोध किया था और बाद में संजय को “थर्ड-क्लास मैन” कहा था। इस दंपति के दो बच्चे हुए: 2005 में बेटी समायरा और 2010 में बेटा कियान।
शुरुआत में, संजय और करिश्मा एक आदर्श जोड़ी लगे, लेकिन जल्द ही उनके रिश्ते में दरारें दिखने लगीं। 2014 तक, उन्होंने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दायर की, लेकिन कार्यवाही तीखी हो गई। करिश्मा ने वित्तीय उपेक्षा, शारीरिक दुर्व्यवहार और यहां तक कि यह आरोप लगाया कि संजय ने उनके हनीमून के दौरान उन्हें “नीलाम करने” की कोशिश की। संजय ने जवाब में करिश्मा पर उनकी संपत्ति और धन के लिए शादी करने का आरोप लगाया। बच्चों की कस्टडी और संपत्ति के बंटवारे को लेकर तीखी कानूनी लड़ाई ने मीडिया का खूब ध्यान खींचा।
2016 में, तलाक को अंतिम रूप दिया गया, जिसमें करिश्मा को समायरा और कियान की कस्टडी मिली, जबकि संजय को उनसे मिलने का अधिकार दिया गया। समझौते के तहत, करिश्मा को संजय के पिता के स्वामित्व वाला खार में एक घर मिला, और संजय ने अपने बच्चों के लिए 14 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे, जो हर महीने 10 लाख रुपये का ब्याज उत्पन्न करते हैं। तीखे तलाक के बावजूद, रिपोर्ट्स के अनुसार, संजय और करिश्मा ने अंततः एक सौहार्दपूर्ण रिश्ता बनाए रखा, अपने बच्चों की सह-पालन-पोषण की और यहां तक कि समायरा के 18वें जन्मदिन जैसे पारिवारिक आयोजनों में एक साथ शामिल हुए।
तीसरी शादी: प्रिया सचदेव
2017 में, संजय ने मॉडल और उद्यमी प्रिया सचदेव से दिल्ली में एक निजी समारोह में शादी की। प्रिया, जिनकी पिछली शादी से एक बेटी, साफिरा चटवाल थी, और संजय ने 2018 में एक बेटे, अज़ारियस कपूर का स्वागत किया। संजय ने साफिरा का सह-पालन-पोषण किया और अपने बच्चों के जीवन में सक्रिय रूप से शामिल रहे, जैसा कि उनकी हार्दिक सोशल मीडिया पोस्ट्स से पता चलता है।
बच्चों के लिए वित्तीय व्यवस्था
संजय कपूर का एक पिता के रूप में सबसे महत्वपूर्ण कार्य अपने बच्चों, समायरा और कियान के भविष्य को वित्तीय रूप से सुरक्षित करना था। 2016 में तलाक की कार्यवाही के दौरान, उन्होंने अपने बच्चों के लिए 14 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। इन बॉन्ड्स को हर महीने 10 लाख रुपये का ब्याज उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, ताकि बच्चों के खर्चे पूरे हो सकें। यह वित्तीय इशारा व्यापक रूप से चर्चा में रहा और संजय की अपने बच्चों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, भले ही उनके निजी जीवन में चुनौतियां थीं।
इसके अलावा, संजय अपने बच्चों के जीवन में सक्रिय रूप से शामिल रहे। समायरा के 18वें जन्मदिन पर उनकी भावुक X पोस्ट में लिखा था: “एक पिता अपनी बेटी का हाथ कुछ समय के लिए थामता है, लेकिन वह हमेशा उसका दिल थामे रहती है। मेरे पहले प्यार, समायरा को 18वें जन्मदिन की शुभकामनाएं। अडल्टहुड में आपका स्वागत है। जिम्मेदार बनना और अपना जीवन पूरी तरह से जीना याद रखें। आप अंदर से बाहर से खूबसूरत हैं। और हम सभी को आप पर बहुत गर्व है।” इस पोस्ट के साथ संजय, प्रिया, अज़ारियस, करिश्मा, समायरा और कियान की तस्वीरें थीं, जो पिछले विवादों के बावजूद एक एकजुट पारिवारिक पल को दर्शाती थीं।
पोलो के प्रति जुनून
संजय कपूर एक उत्साही पोलो खिलाड़ी और खेल में एक प्रमुख व्यक्ति थे। वे औरियस पोलो टीम के संरक्षक थे और नियमित रूप से मैचों में भाग लेते थे, जिसमें घोड़ों और खेल के प्रति उनका जुनून झलकता था। उनकी पोलो के प्रति यह दीवानगी अच्छी तरह से प्रलेखित थी, और वे इंग्लैंड के गार्ड्स पोलो क्लब में एक मैच खेल रहे थे, जब त्रासदी ने दस्तक दी।
संजय कपूर की दुखद मृत्यु
12 जून, 2025 को, संजय कपूर को इंग्लैंड के गार्ड्स पोलो क्लब में पोलो खेलते समय दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। उनकी आयु 53 वर्ष थी। सूत्रों के अनुसार, संजय को मैच के दौरान घुटन महसूस हुई, कथित तौर पर एक मधुमक्खी निगल लेने के बाद, जिससे उनके गले में जलन हुई। उन्होंने खेल रोकने का अनुरोध किया, मैदान छोड़ा और बाद में हृदयाघात के कारण बेहोश हो गए। तत्काल चिकित्सा सहायता के बावजूद, उन्हें बचाया नहीं जा सका।
उनकी मृत्यु की खबर ने सामाजिक, व्यावसायिक और मनोरंजन क्षेत्रों में सदमे की लहर दौड़ा दी। सोना कॉम्स्टार ने एक बयान जारी कर अपने चेयरमैन के “असामयिक निधन” पर “गहरा दुख” व्यक्त किया, जिसमें उनकी कंपनी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया गया। अभिनेता और लेखक सुहेल सेठ ने X पर इस खबर की पुष्टि करते हुए लिखा, “@sunjaykapur के निधन से गहरा दुख हुआ: वे आज सुबह इंग्लैंड में गुजर गए: एक भयानक क्षति और उनके परिवार और @sonacomstar के सहकर्मियों के लिए गहरी संवेदना… ओम शांति।”
इस त्रासदी में एक मार्मिक नोट यह था कि संजय की आखिरी X पोस्ट, जो उनकी मृत्यु से कुछ घंटे पहले साझा की गई थी, अहमदाबाद में हुए एक एयर इंडिया विमान हादसे के पीड़ितों के लिए संवेदना व्यक्त करती थी: “अहमदाबाद में हुए दुखद एयर इंडिया हादसे की भयानक खबर। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। इस कठिन समय में उन्हें ताकत मिले। 🙏 #planecrash।” इस पोस्ट की विडंबना पर कई लोगों ने ध्यान दिया, एक X उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, “संजय को नहीं पता था कि जब वे यह संदेश पोस्ट कर रहे थे… कि उनका अपना समय आ गया है।”
प्रतिक्रियाएं और संवेदनाएं
संजय की अचानक मृत्यु ने परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों से दुख की लहर पैदा की। करिश्मा कपूर, जिन्होंने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, को उनकी बहन करीना कपूर, जीजा सैफ अली खान और करीबी दोस्त मलाइका अरोड़ा और अमृता अरोड़ा ने 12 जून की रात मुंबई में उनके आवास पर समर्थन दिया। दून स्कूल ने अपने पूर्व छात्र को श्रद्धांजलि दी, उन्हें “विशिष्ट ओल्ड बॉय” और एक समर्पित बोर्ड सदस्य के रूप में वर्णित किया।
सोशल मीडिया पर संवेदनाओं की बाढ़ आ गई, X उपयोगकर्ताओं ने संजय की अंतिम पोस्ट और विमान हादसे के संयोग पर सदमे व्यक्त किया। एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “मृत्यु कैसे अजीब रूप में आ सकती है… मतलब इस व्यक्ति ने अहमदाबाद-लंदन वाली फ्लाइट के हादसे पर दुख व्यक्त किया और पोस्ट लिखी। मगर उसी पोस्ट पर लोग उन्हें ही श्रद्धांजलि देने लगे।”
विरासत और प्रभाव
संजय कपूर की विरासत बहुआयामी है। एक व्यवसायी के रूप में, उन्होंने सोना कॉम्स्टार को ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी में वैश्विक नेता बनाया। एक पोलो प्रेमी के रूप में, उन्होंने खेल के प्रति जुनून और समर्पण दिखाया। एक पिता के रूप में, उन्होंने निजी चुनौतियों के बावजूद अपने बच्चों की वित्तीय सुरक्षा और भावनात्मक कल्याण सुनिश्चित किया। उनका जीवन, जो महत्वाकांक्षा, विवाद और लचीलापन से भरा था, मानवीय रिश्तों की जटिलताओं और जीवन की अप्रत्याशितता की याद दिलाता है।
53 वर्ष की आयु में उनकी दुखद मृत्यु जीवन की नाजुकता और स्थायी प्रभाव छोड़ने के महत्व को रेखांकित करती है। संजय की उद्योग, खेल और परिवार में योगदान उन्हें जानने वालों और उनके द्वारा छुए गए कई लोगों की स्मृति में जीवित रहेंगे।
संजय कपूर की कहानी उपलब्धियों, उथल-पुथल और त्रासदी की है। एक प्रमुख उद्योगपति के रूप में उनकी उन्नति, करिश्मा कपूर के साथ उनकी हाई-प्रोफाइल शादी और तलाक, और इंग्लैंड में पोलो मैच के दौरान उनकी असामयिक मृत्यु तक, संजय का जीवन उल्लेखनीय उपलब्धियों और निजी चुनौतियों का एक ताना-बाना था। अपने बच्चों के लिए 14 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदने का उनका निर्णय उनके भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जबकि पोलो मैदान पर उनके अंतिम क्षण उस खेल के प्रति उनके जुनून को उजागर करते हैं जिसे वे प्यार करते थे। जैसे ही हम उनके जीवन और विरासत पर विचार करते हैं, हमें हर पल को संजोने और दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ने की प्रेरणा मिलती है।
शांति में विश्राम करें, संजय कपूर। आपकी विरासत आपके बच्चों, आपके काम और आपके द्वारा बनाई गई यादों के माध्यम से जीवित रहेगी।
स्रोत:
- हिंदुस्तान टाइम्स
- इंडिया टुडे
- टाइम्स ऑफ इंडिया
- एनडीटीवी
- बॉलीवुड शादियां
- पत्रिका न्यूज़
- स्पोर्ट्स एनडीटीवी
- द इंडियन एक्सप्रेस
- इंडिया.कॉम
- न्यूज़18
- द हिंदू
- X पर पोस्ट्स