गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा, कहा- “बिहार की जनता अब परिवारवाद को उखाड़ने को तैयार”
Giriraj Singh hits out at Tejashwi
गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला, कहा- “बिहार की जनता अब परिवारवाद को जड़ से उखाड़ने को तैयार”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव को निशाना बनाते हुए तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि “बिहार की जनता अब परिवारवाद की राजनीति को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
गिरिराज ने आरोप लगाया कि “RJD और तेजस्वी यादव सिर्फ अपने परिवार के स्वार्थों के लिए काम करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार सरकार गरीबों के विकास के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है।”
उन्होंने कहा, “तेजस्वी बाबू को लगता है कि बिहार उनके पिता (लालू प्रसाद यादव) की जागीर है। लेकिन 2025 में बिहार की जनता ने साफ कर दिया है कि अब परिवारवाद की राजनीति का समय खत्म हो चुका है।”
2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर गिरिराज ने कहा कि “बिहार की जनता NDA को भारी बहुमत से जिताकर विकास की नई गंगा बहाएगी।”
अहमदाबाद में गुजरात BJP द्वारा आयोजित ‘स्नेह मिलन समारोह’ में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने RJD नेता तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि “बिहार की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव में परिवारवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का फैसला कर लिया है।”
प्रमुख बिंदु:
- ‘MY-BAAP’ फॉर्मूले को खारिज:
सिंह ने RJD के ‘मुस्लिम-यादव और बहुजन-अगड़ा-आधी आबादी-पिछड़ा’ (MY-BAAP) के चुनावी फॉर्मूले को अप्रभावी बताया। - लालू युग की आलोचना:
“लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में बिहार को बदनाम किया गया और जनता को केवल दुख ही मिला,” उन्होंने कहा। - नीतीश सरकार की उपलब्धियां गिनाईं:
“नीतीश कुमार के शासन में बिहार को IIT, NIT, NIFT, AIIMS और हर जिले में मेडिकल कॉलेज मिले। अगर यह कुशासन है तो फिर ऐसा कुशासन और हो,” सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा। - गरीबों के लिए योजनाओं का जिक्र:
उन्होंने बताया कि NDA सरकार ने बिहार में 50 लाख परिवारों को गरीबी से बाहर निकाला है, जिन्हें आवास, शौचालय, 5 किलो मासिक राशन, 24 घंटे बिजली और 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिला है। - चुनावी लक्ष्य का ऐलान:
“2025 में हमने ‘225 सीटें’ का लक्ष्य रखा है। आज का बिहार सड़कों के जाल से जुड़ चुका है,” सिंह ने कहा। - वक्फ कानून पर स्पष्टीकरण:
“वक्फ (संशोधन) अधिनियम गरीब मुसलमानों के हित में लाया गया है। न मस्जिद की एक ईंट हटेगी, न मदरसों में दखल होगा,” उन्होंने स्पष्ट किया।
राजनीतिक संदर्भ:
- बिहार विधानसभा के 243 सदस्यीय चुनाव इसी वर्ष होने हैं
- NDA में BJP और नीतीश कुमार की JDU साथ हैं
- नीतीश कुमार को NDA का मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताया गया
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
सिंह ने बिहार के गौरवशाली इतिहास (नालंदा, विक्रमशिला, आर्यभट्ट) और आधुनिक विकास (सड़कों का जाल, COVID काल में उभरे टेक्सटाइल हब) के बीच सेतु बनाते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को नया स्वरूप दिया है।”
पृष्ठभूमि:
- तेजस्वी यादव ने हाल ही में केंद्र सरकार पर बिहार के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था।
- यह बयान बिहार में BJP और RJD के बीच चल रही तीखी राजनीतिक बहस के बीच आया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ:
- RJD ने गिरिराज के बयान को “निराशाजनक और भ्रम फैलाने वाला” बताया है।
- BJP का दावा है कि बिहार में NDA की स्थिति पहले से कहीं अधिक मजबूत हो चुकी है।
“बिहार के साथ भेदभाव बर्दाश्त नहीं”: तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि “बिहार के साथ जानबूझकर भेदभाव किया जा रहा है, जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
तेजस्वी ने पटना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “केंद्र सरकार बिहार को उसका हक देने से इनकार कर रही है। विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। यह साफ तौर पर बिहार के साथ भेदभाव है।”
मुख्य आरोप:
- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार
- केंद्रीय योजनाओं में बिहार को पर्याप्त फंड न मिलना
- रेल और सड़क परियोजनाओं में जानबूझकर देरी
राजद नेता ने चेतावनी दी कि “अगर केंद्र सरकार ने बिहार के हितों को नजरअंदाज करना जारी रखा, तो हम बड़ा आंदोलन खड़ा करने को मजबूर होंगे।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:
- BJP ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताया
- JDU ने मामले पर संतुलित रुख अपनाया
- कांग्रेस ने तेजस्वी के बयान का समर्थन किया
पृष्ठभूमि:
बिहार सरकार ने पिछले महीने केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा देने की अपील की थी, जिसे केंद्र सरकार ने अस्वीकार कर दिया था। इसी को लेकर तेजस्वी यादव ने यह तीखा बयान दिया है।
आगे की रणनीति:
सूत्रों के मुताबिक, RJD केंद्र सरकार के खिलाफ जनआंदोलन की तैयारी कर रही है, जिसमें:
- राज्यव्यापी प्रदर्शन
- संसद घेराव की योजना
- सोशल मीडिया अभियान
यह मामला 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गर्मजोशी को और बढ़ाने वाला साबित हो सकता है।
आगे क्या?
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है, जहाँ NDA (BJP+JDU) और RJD+Congress गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है।